बच्चों के सोलह ब्लॉगों की चर्चा
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-जन्माष्टमी की आप सबको ढेरो शुभकामनाये...सभी जगह खूब धूम धाम से जन्माष्टमी मनाई गयी| यहाँ मुंबई में भी जन्माष्टमी की खूब धूम रही| सबसे पहले मैंने अपने स्कूल...
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अब चलते हैं "बालसभा" में
* नेताजी सुभाषचन्द्र बोस* * * *कवि श्री गोपालप्रसाद व्यास * * * *** [image: Netaji Subhash Chandra Bose] *है समय नदी की बाढ़ कि जिसमें सब बह जाया ...
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- लाल-पीला मिला हुआ रंग ऊपर काली धारी। कहीं-कहीं पर फिरी सफेदी यह पहचान हमारी। शरीर बहुत है लंबा है भी भारी भरकम। दौड़ तो बहुत तेज लगाते पर जल्दी फूले दम। ...
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अब बारी है क्रिएटिव कोना की
- * ** आज शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर सभी गुरुजनों को
**हार्दिक शुभकामनायें**।
आज मैं आदरणीय प्रताप सहगल जी की
काफ़ी **पहले लिखी गयी यह कविता प्रकाशित...
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अब चलते हैं "बच्चों की दुनिया" में
-आइये आइये दोस्तों!... देखिये तो अनन्या दीदी को! कितनी प्यारी लग रही हैं राधा बन कर... है ना? साथ में किशन बने अनन्या दीदी के मित्र हैं।
यह चित्र दीदी ने ...
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रंजन मोहनोत जी लाए हैं
की चुलबुली हरकतों को!
-और लंबा होना इतना आसान.... टेबल के नीचे कौन है?
ये रेशमी जुल्फें.. मस्त दिन...
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-माँगते हैं अब पैसे ये नेता हो गए हैं कैसे,
माँगते रहते हैं अब पैसे....
सड़को रोड़ो और चौराहों पर,
पुलिस को भी अब देखो....
कैसे वसूलते हैं पैसे,
ये सब हमने अ...
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में देखिए
- *यह देखिये मेरी एक और ड्राइंग...
जरुर बताइयेगा कि यह कैसी लगी आपको
और आपने इसमें क्या-क्या देखा !!*
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जरा देखिए तो सही
जादू कहाँ तक पहुँचा है?
- पता है कल सबेरे-सबेरे मैं अपने दादा-दादी के पास जबलपुर पहुंच गया। मैं पहली बार अपने दादा-दादी के पास आया हूं। जबलपुर तक का ये सफ़र मेरे लिए आसान नहीं रह...
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-हमारे लिए एक बहुत छोटा सा किन्तु सुन्दर सा शेर लाया गया। शेर के साथ जेब्रा भी था। आपको आश्चर्य लग रहा होगा? पर डरिये नहीं क्योंकि शेर और जेब्रा असली नहीं थ...
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नन्हा मन पर आज है-
- चूचू और चिण्टी ( बाल-उपन्यास भाग-1) चूचू और चिण्टी ( बाल-उपन्यास भाग-2) चूचू और चिण्टी ( बाल-उपन्यास भाग-3) चिण्टी-चूचू खूब झगडते हर जगह पर हल्ला करते दोनो...
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* मैं घोड़ा हूँ जानदार हूँ *
*स्वामीभक्त हूँ शानदार हूँ * *
* *खड़े-खड़े ही मैं सोता हूँ * *
कभी निराश नही होता हूँ * *
* *ताकतवाला हिम्...
बहुत सुन्दर बाल चर्चा लगाई है…………………आभार्।
ReplyDelete16 blogs se saji ye 16vi charcha to bahut hi maanmohak hai...
ReplyDeletenanhi-pari ko sthan dene ke liye bahut aabhar...
बहुत सुन्दर चर्चा की है , मुझ इ भी शामिल करने के लिए धन्यवाद
ReplyDeleteबहुत अच्छी लगी आपकी यह चर्चा---हार्दिक शुभकामनायें।
ReplyDeleteधन्यवाद शास्त्री जी.
ReplyDeleteनन्ही परी से तो मुलाकात हो ही गई थी आदित्य की चुलबुली हरकतों का भी पता चल गया , माधव जी के मुंडन संस्कार की झलकियाँ भी देखी और उन्हें रोते हुए भी देखा वह अच्छा नहीं laga.
पाखी की Drawing भी बहुत प्यारी लगी, जादू और अक्षयांशी से मुलाकात भी अच्छी रही.
बाल मंच पर लगी गई सभी पोस्ट बेहतरीन लगी. आपने इन्हें एक साथ चर्चा में शामिल कर एक नेक कार्य किया है अनेक फूलों को चुनकर एक माला बना दी आपने.
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ReplyDeleteहम बच्चों की प्यारी चर्चा... प्यार और आभार.
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